20 हज़ार से ज्यादा DU के छात्रों द्वारा भरे गए फीडबैक फॉर्म में 83% छात्रों ने माना कि मोदी सरकार अपने चार सालों में छात्रों के लिए accommodation , transportation , women safety , job opportunity , campus democracy और social justice के मोर्चे पर फेल साबित हुई है. आज 500 से ज्यादा du छात्रों ने मार्च निकाला और कहा कि, जुमला नही जबाब लेंगे - चार सालों का हिसाब लेंगें । आने वाला dusu चुनाव मोदी सरकार की छात्र विरोधी नीतियों के खिलाफ एक मैंडेट होगा.