बिहार विधानसभा के अंदर लोकतंत्र की हत्या के विरोध में और इसके जिम्मेवार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बिहार की जनता से माफी मांगने की मांग पर विपक्षीे महागठबंधन ने 26 मार्च 2021 को बिहार बंद का आह्वान किया था. इसका असर सुबह से ही दिखने लगा. भाकपा(माले) कार्यकर्ता पूरे राज्य में सुबह से ही सड़कों पर उतर आए. दरभंगा व जहानाबाद में रेल परिचालन को ठप्प किया, बाजार बंद कराया और ‘जेपी-लोहिया की धिक्कार, शर्म करो नीतीश कुमार’ के नारों के साथ ‘बिहार सशस्त्रा बल अधिनियम-2021’ को बिहार की जनता पर थेपने से बाज आने को कहा. भाकपा(माले) व उसके जनसंगठनो -- अखिल भारतीय किसान महासभा, ऐक्टू व खेग्रामस के कार्यकर्ताओं ने बंद में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.